युवा पत्रकार बाबू के निधन के बाद छाया ग़म, आईरा ने भी जताया शोक

स्योहारा (मौहम्मद हाशिम) : नगर के सबसे निर्भीक पत्रकारों में शुमार पत्रकार बाबू अंसारी का रविवार की देर शाम दुखद निधन हो गया,बाबू अंसारी पिछले काफी दिनों से लिवर के कैंसर से जूझ रहे थे और काफी वक्त से बीमार चल रहे थे इसी बीच रविवार की दोपहर उनकी हालत बिगड़ी तो उनको इलाज के लिए ले जाया जा रहा था इसी बीच उनकी मौत हो गई जिसके बाद जहां उनके छोटे मासूम बच्चों,पत्नी और परिवार में कोहराम मच गया तो वहीं शहर भर में भी शोक फेल गया. क्योंकि बाबू अंसारी एक नेक दिल,हसमुख और निर्भीक व्यक्ति थे जिसके चलते उनके संबध हर तबके और हर वर्ग में मधुर बने हुए थे वास्तिविक पत्रकारिता क्या होती है आज के पत्रकारों को उनसे सीखने की जरूरत है क्योंकि बाबू अंसारी ने शहर की हर समस्या को अपनी निजी समस्या मानकर उसको अपनी लेखनी से दूर कराया है शहर की चरमराई बिजली व्यवस्था पर वो सबसे ज्यादा गंभीर थे जिसकी वजह से उनको लोग बिजली मेन तक कहने लगे थे यहां तक कि सभी विभाग उनके बेबाक लेख से कांपता था। क्योंकि उन्होंने जीवन में कभी किसी से भी समझोता नही किया। और पीड़ितो को इंसाफ दिलाने के लिए सबसे आगे रहते थे, बड़े ही धार्मिक और इंसाफ पसंद बाबू अंसारी अपने छोटे से कच्चे मकान में अपने परिवार के साथ सादा जीवन गुजार रहे बाबू अंसारी को बीते रमजान में जब खून की उल्टी हुई तो उनको पता चला कि उनको गंभीर बीमारी ने घेर लिया है तब से अब तक वो अपनी हिम्मत के बलबूते पर बीमारी से लड़ते रहे लेकिन बीती रात वो जिंदगी से जंग हारकर सदा के लिए खामोश हो गए साथ ही खामोश हो गई निर्भीक, ईमानदार और बेबाक लेखनी। बाबू अंसारी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक आईरा संगठन की एक शोक सभा का आयोजन नगर अध्यक्ष इमरान सिद्दीकी के कार्यालय पा आयोजित हुई जिसमे बाबू अंसारी को याद करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर अमीन अहमद, इमरान सिद्दीकी,संजय शर्मा,कामिल हसन,शानू सिद्दीकी,डा सौरभ वर्मा,तफसील अहमद,डा विकास वर्मा, आसिफ, गुलजार शरीफ, डा संजीव वर्मा आदि मौजूद रहे। वही आईरा चेयरमैन डा तारिक जकी ने भी उनको सच्चा पत्रकार बताते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।

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